बेंगलुरु पुलिस द्वारा दायर किए गए आरोपपत्र में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है, जिसमें कहा गया है कि अभिनेत्री पवित्रा गौड़ा ने अपने लिव-इन पार्टनर और कन्नड़ अभिनेता दर्शन थुगुदीपा को रेणुकास्वामी की हत्या के लिए उकसाया। यह घटना तब हुई जब रेणुकास्वामी ने पवित्रा को सोशल मीडिया पर अश्लील संदेश भेजे थे। पुलिस ने इस मामले में दर्शन सहित 17 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
अश्लील संदेशों से शुरू हुआ विवाद
पवित्रा गौड़ा ने पुलिस को दिए अपने बयान में कहा कि वह 2018 से दर्शन के साथ रह रही थी। दोनों के बीच का रिश्ता तब बिगड़ने लगा जब इस साल मई में दर्शन ने अपनी पत्नी विजयलक्ष्मी के साथ दुबई में शादी की सालगिरह मनाई। इसी दौरान, पवित्रा को सोशल मीडिया पर एक अनजान व्यक्ति से अश्लील संदेश मिलने लगे, जिसने खुद को “गौतम” बताया था। बाद में पता चला कि यह व्यक्ति कोई और नहीं बल्कि रेणुकास्वामी था।
पवित्रा ने दर्शन को रेणुकास्वामी के संदेशों के बारे में बताया
पवित्रा ने यह बात दर्शन को बताई, जो पहले से ही उससे नाराज था। आरोपपत्र के अनुसार, दर्शन ने रेणुकास्वामी को सबक सिखाने का फैसला किया। उसने अपने सहयोगी पवन और कुछ अन्य लोगों को रेणुकास्वामी को ढूंढ़ने और उसे पकड़ने का आदेश दिया।
8 जून: रेणुकास्वामी का अपहरण और हमला
8 जून की दोपहर को दर्शन ने पवित्रा को फोन कर बताया कि वे “गौतम” को पकड़ चुके हैं और उसे एक शेड में लाया जा रहा है। जब पवित्रा वहां पहुंची, तो उसे पता चला कि “गौतम” का असली नाम रेणुकास्वामी था। इसके बाद दर्शन और उसके साथियों ने उस पर बेरहमी से हमला कर दिया। पवित्रा ने खुद भी अपनी चप्पल से रेणुकास्वामी के चेहरे और माथे पर वार किया और कहा कि उसे किसी भी हाल में जिंदा नहीं छोड़ेगी।
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बड़ी ही बेरहमी से की गई रेणुकास्वामी की हत्या
पुलिस चार्जशीट के मुताबिक, दर्शन ने रेणुकास्वामी को जमीन पर गिरा कर उसके पेट और छाती पर पैर से जोरदार वार किए। इसके बाद उसने पवन को रेणुकास्वामी के कपड़े उतारने का आदेश दिया और रेणुकास्वामी के प्राइवेट पार्ट पर भी हमला किया। दर्शन के जाने के बाद अन्य आरोपियों ने भी उसे बेरहमी से पीटा, जिससे उसकी मौत हो गई।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हुआ खुलासा
रेणुकास्वामी का शव 9 जून को सुमनहल्ली ब्रिज के पास मिला। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उनके शरीर पर कई गंभीर चोटों के निशान पाए गए। उनकी पीठ, छाती और हाथों पर काले और नीले निशान थे। सबसे हैरान करने वाली बात यह थी कि एक कान गायब था और अंडकोष फटे हुए थे। रिपोर्ट में कहा गया कि लकड़ी के डंडों से हुए हमले और कई गंभीर चोटों के कारण रेणुकास्वामी की मौत हुई।
पुलिस को दिए बयान में पवित्रा का खुलासा
पवित्रा ने पुलिस को बताया कि 8 जून की रात करीब 9:30 बजे दर्शन और पवन ने उसे फोन करके बताया कि रेणुकास्वामी की मौत हो चुकी है। यह घटना उसके लिए काफी शॉकिंग थी, लेकिन उसने यह भी स्वीकार किया कि उसने ही दर्शन को रेणुकास्वामी को मारने के लिए उकसाया था।
गुस्से ने किया करियर ख़तम
इस पूरी घटना ने न केवल पवित्रा गौड़ा और दर्शन के जीवन को प्रभावित किया, बल्कि यह भी दिखाया कि कैसे कभी कभी गुस्से में लोग किस तरह अपनी बानी बनाई हस्ती बर्बाद कर देते है।