नया टिकट बुकिंग नियम: अब केवल 60 दिन पहले ही कर सकेंगे एडवांस बुकिंग
पहले का नियम: 120 दिन पहले टिकट बुकिंग
भारतीय रेलवे में पहले यात्रियों को अपनी यात्रा के 120 दिन पहले तक टिकट बुक करने की अनुमति थी। यह नियम उन लोगों के लिए फायदेमंद था, जो अपनी यात्रा की योजना काफी पहले बना लेते थे। इससे वे समय से टिकट बुक कर सकते थे और अपनी यात्रा की योजना को सुनिश्चित कर सकते थे। हालांकि, इस नियम के बावजूद रेलवे ने देखा कि केवल 13% लोग ही इतनी पहले बुकिंग कराते थे, जबकि ज्यादातर लोग 45 दिनों के अंदर ही एडवांस बुकिंग करते थे।
क्या दिक्कतें आती थीं पहले के नियम में?
पहले के नियम में, जब टिकट 120 दिन पहले बुक हो जाते थे, तो कई समस्याएं सामने आती थीं:
- कैंसिलेशन और रिफंड: इतनी पहले टिकट बुक करने के बाद जब यात्रियों के प्लान बदलते थे, तो उन्हें टिकट कैंसिल करने की आवश्यकता होती थी। इससे न केवल यात्रियों को दिक्कत होती थी, बल्कि रेलवे को भी रिफंड और सीट खाली होने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता था।
- कालाबाजारी: 120 दिन पहले बुकिंग के कारण टिकटों की कालाबाजारी की संभावना भी बढ़ जाती थी। बुकिंग एजेंट्स पहले से टिकट बुक कर लेते थे और बाद में उन्हें ऊंची कीमतों पर बेचते थे, जिससे यात्रियों को ज्यादा भुगतान करना पड़ता था।
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अब क्या सुधार होगा इस बदलाव से?
रेलवे ने 1 नवंबर 2024 से यह नियम बदलने का निर्णय लिया है। अब यात्री केवल 60 दिन पहले ही अपनी यात्रा के लिए टिकट की एडवांस बुकिंग कर सकेंगे। रेलवे का कहना है कि इससे टिकट की बुकिंग प्रणाली और अधिक सरल और उपयोगकर्ता के अनुकूल हो जाएगी।
क्या है नया नियम?
नए नियम के अनुसार:
- 60 दिन की बुकिंग सीमा: यात्रियों को अब अपनी यात्रा से 60 दिन पहले ही टिकट की एडवांस बुकिंग करने की अनुमति होगी।
- ट्रेन जर्नी डेट शामिल नहीं: इन 60 दिनों में यात्रा की तारीख शामिल नहीं होगी, इसका मतलब है कि यात्रियों को टिकट बुक करने के लिए लगभग दो महीने का समय मिलेगा।
- कुछ स्पेशल ट्रेनों पर लागू नहीं: यह नियम ताज एक्सप्रेस, गोमती एक्सप्रेस जैसी कुछ विशेष ट्रेनों पर लागू नहीं होगा।
- विदेशी पर्यटकों के लिए 365 दिन: विदेशी पर्यटकों के लिए 365 दिन पहले तक एडवांस बुकिंग की अनुमति पहले जैसी ही रहेगी।
इन बदलावों का क्या असर होगा?
रेलवे के इस नए नियम से कई सकारात्मक प्रभाव देखने को मिल सकते हैं:
- कालाबाजारी पर रोक: जब टिकटों की बुकिंग 120 दिन पहले होती थी, तो टिकटों की कालाबाजारी काफी होती थी। 60 दिन की सीमा से कालाबाजारी पर रोक लगने की संभावना है, जिससे यात्रियों को उचित दरों पर टिकट मिलेंगे।
- कैंसिलेशन की समस्या में कमी: अब कम समय के अंतराल में बुकिंग की सुविधा होने से यात्रियों के प्लान में बदलाव होने पर भी उन्हें बार-बार टिकट कैंसिल करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
- यात्रियों को अधिक अवसर: कम समय में एडवांस बुकिंग की सुविधा मिलने से यात्रियों को अपनी यात्रा की योजना बनाने के लिए अधिक अवसर मिलेगा और उन्हें फ्लेक्सिबिलिटी भी मिलेगी।
भारतीय रेलवे का यह नया कदम टिकट बुकिंग प्रक्रिया को अधिक सरल और पारदर्शी बनाएगा। 120 दिन पहले बुकिंग करने की सीमा को घटाकर 60 दिन करने से यात्रियों को राहत मिलेगी और कालाबाजारी की समस्या भी कम होगी। हालांकि, यह नियम कुछ स्पेशल ट्रेनों और विदेशी पर्यटकों के लिए लागू नहीं होगा। रेलवे के इस बदलाव से यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा बढ़ेगी, और उन्हें यात्रा की बेहतर योजना बनाने में मदद मिलेगी।